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Authors

Sunita Raman
Book Published (1)

सुनीता रमन
पिता श्री : श्री जालिम सिंह
माता श्री : श्रीमती कमला देवी
पति श्री : श्री राधा रमन
जन्म स्थान : नैनीताल
शिक्षा : एम एस सी- रसायन शास्त्र
(बरेली कॉलेज बरेली, रोहिलखंड विश्व विद्यालय) बी. एड
व्यवसाय : 30 वर्ष शिक्षण कार्य (रसायनशास्त्र )
बाल मंदिर सी. सै. स्कूल; बी एच ई एल, हरिद्वार
विद्या मंदिर सी. सै. स्कूल; बी एच ई एल, हरिद्वार
संस्थापिका : हडह- हङ्म१’ िङ्मा हङ्म१२ि -शब्दों की दुनियाँ
( साहित्यिक समूह )
मनपसंद विधा : पद्य और गद्य कहानी/लघुकथा
साझा काव्य संग्रह : काव्य सरिता, सुनहरी किरणें, भाव कलश
प्रकाशन : स्कूल, कॉलेज की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं व समाचार पत्रों में कविता /कहानी/आलेख प्रकाशित।
सम्मान : दुर्गा स्वरूपा सम्मान, सरस्वती सम्मान, मैत्रेयी सम्मान
(सामाजिक कार्यों हेतु), साहित्य सितारे,
सर्वश्रेष्ठ संचालक आदि।
फेसबुक पेज : मेरी अभिव्यक्ति
आवास : लखनऊ, उत्तर प्रदेश
मोबाइल : 9837352181
ई मेल : sunrmn19@yahoo.com

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Surendera Sinha ‘Anjali’
Book Published (2)

सुरेन्द्र सिन्हा अञ्जलि
जन्मतिथि 11-10-1947
जन्म स्थान सरस्वती भवन, कटरा
जनपद बाँदा, उ.प्र.
माता स्व. सरस्वती देवी
पिता स्व. श्री राम बिहारी लाल श्रीवास्तव
शिक्षा एम.ए. हिन्दी साहित्य प्रथम श्रेणी
प्राध्यापक हिन्दी विभाग (से. नि.)
शा. स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय, छतरपुर
सम्मान पत्र 1. नगरपालिका परिषद छतरपुर
2. भारतीय स्टेट बैंक कु. शाखा छतरपुर
सम्पर्क सूत्र  भवन क्रमांक 255 शिवाञ्जलि, आई.टी.आई. के पास नरसिंहगढ़ पुरवा मार्ग छतरपुर म.प्र. पिन - 471001
दूरभाष - 7770943074
सृजन  1.  आकाशवाणी से रूपक, नाटक, वार्ता, कविता और     समीक्षाओं का प्रसारण 1980 से
2.  काव्य संग्रह मत खीचो अन्तर रेखाएँ
    14 सितम्बर 1994 में प्रकाशित
3.  प्रकाशित तुलसी रतनादीप
    द्वित्तीय संस्करण 2023 ई.
4.  जीवन अनुभूति दर्शन एवं काव्यायन (आपके हाथ में)
5.  काव्य संग्रह शीघ्र प्रकाश्य

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Suresh Makkar Sahil
Book Published (1)

सुरेश मक्कड़ 'साहिल' 
जन्म-तिथि : 14 नवम्बर, 1954
जन्म-स्थान : गॉंव गुढ़ा, जिला महेन्द्रगढ़। (हरियाणा)
शिक्षा : कला स्नातक
पिता : स्व. लक्ष्मण दास मक्कड़
माता : स्व. शान्तिदेवी
प्रकाशित कृतियाँ : दर्द लहरों का (गजल-संग्रह, हिन्दी )2008,
गजब करै सै (हरियाणवी गजल-गीत-नज्म संग्रह) 2025
देश की स्तरीय पत्र-पत्रिकाओं में (हिन्दी, उर्दू, पंजाबी, हरियाणवी एवं सिरायकी) अनेक रचनाएं प्रकाशित।
संगीत एलबम : 1. बातें जज्बात की (गजल) लेखन
                      2. बाजी मुरलिया (भजन) लेखन
                      3. राधा के मोहन (भजन) लेखन
प्रसारण : आकाशवाणी एवं दूरदर्शन से अनेक रचनाएं प्रसारित एवं प्रस्तुति
मंच : अनेक स्तरीय कवि-सम्मेलनों में काव्य-पाठ।
नाटकों में अभिनय एवं निर्देशन।
सम्प्राप्ति : विभिन्न संस्थाओं द्वारा सम्मानित
सम्प्रति : कृषि, साहित्य-लेखन एवं कवि-सम्मेलनों में भागीदारी।
पता : वार्ड नम्बर 1, निकट एक्सिस-बैंक,
          निकट एस.डी.एम. आवास, रेलवे रोड,
              महेन्द्रगढ़-123029 (हरियाणा)
          मोबाइल नंबर : 8307301290, 9416418363
ईमेल : smakkarsaahil@gmail.com

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Suresh Patwa
Book Published (1)

सुरेश पटवा अध्ययन और पर्यटन के शौकीन सुरेश पटवा, भारतीय स्टेट बैंक से सहायक महाप्रबंधक और मध्यांचल ग्रामीण बैंक में महाप्रबंधक पद से सेवा निवृत्त हैं। वर्तमान में पूर्णकालिक साहित्य सृजन में व्यस्त हैं। आप बहुविध लेखन के लिये विख्यात हैं। कविता, ग़ज़ल, गीत, लघुकथा, कहानी, उपन्यास, यात्रा वृतांत, संस्मरण, व्यंग्य, वांग्मय और आध्यात्मिक विषयों पर निरंतर लेखन कर रहे हैं। आपकी विभिन्न विषयों पर 20 से अधिक किताबें प्रकाशित हैं। जिनसे इन्हें चालीस से पचास हजार रुपयों की रॉयल्टी हर साल मिलती है। इनका एक उपन्यास ‘दास्तान ए मिर्ज़ा गालिब’ और अध्यात्म पर ‘वेदों से वेदान्त’ प्रसिद्ध प्रकाशक ‘किताब घर प्रकाशन’ दिल्ली से प्रकाशित हो रहे हैं। आप वर्तमान में ऐतिहासिक पुस्तक ‘आजादी का बँटवारा’, ‘वेदान्त से वैराग्य’, एक यथार्थवादी उपन्यास ‘यूनियन’ और एकऔर उपन्यास ‘आदि शंकराचार्य’ पर काम कर रहे हैं। आपके द्वारा भोजपाल साहित्य संस्थान के सानिध्य में संपादित व्यंग्य संकलन ‘जात-कुजात’ शीघ्र आपके हाथों में होगा। सुरेश पटवा समाज के प्रत्येक दुख, अभाव और आनंद उनके हृदय में वेदना पैदा करते हैं। अनुभूति की गहराइयां उन्हें प्रत्येक स्थिति में कलम चलाने को विवश करती है, इसीलिए उनका यह काव्य संग्रह विषय वैविध्य से परिपूर्ण है। गीत गजल जैसी अनुशासित विधा पर लेखनी चलाने वाले सुरेश पटवा जी मुक्त छंद में भी उसी सहजता के साथ अभिव्यक्त होते हैं। सहजता और सरलता उनकी कविता की विशेषता है। सरल शब्दों में व्यक्त की गई भावनाएं पाठकों तक सरलता से पहुंच जाती हैं। सरल होना एक कठिन कार्य है, जबकि कठिन होना सरल। सरल होने का कठिन कार्य पटवा जी ने किया है। एक ओर वे जीव विज्ञान की विस्तृत समझ रखते हैं, वहीं दूसरी ओर अध्यात्म से भी उनका गहरा नाता है। वे जीवन के जटिल विषयों पर लेखन करते हैं, नर्मदा यात्रा जैसे महत्वपूर्ण विषय पर भी लेखन करते हैं। कुल मिलाकर सभी विषयों पर समान अधिकार रखते हैं। विषय वैविध्य, विचार वैविध्य, विधा वैविध्य को अपने ज्ञान वैविध्य से साधते हैं। संग्रह की कविताएं समाज का मुखपत्र हैं। एक संवेदनशील मन जो अपना सामाजिक दायित्व निर्वहन करते हुए मुखरता से जो कुछ कहना चाहिए वह सब अपनी कविताओं में कहते हैं, किंतु इस कहन की विशेषता यह है कि उसे कहते हुए वह अपनी करुणा या दुख का प्रदर्शन नहीं करते, उनकी कविताएं रोती चीखती चिल्लाती नहीं है, वरन दृढ़ता के साथ शिकायती लहजे में अपनी बात कहती है। ये शिकायती कविताएं जिम्मेदारों पर तंज भी करती है उलहाने भी देती है और चेतावनी देने के साथ सावधान भी करती हैं। कविता का यही धर्म है और सुरेश पटवा जी का ये काव्य संग्रह उस धर्म का बखूबी पालन करता है। इस संग्रह की रचनाएँ पाठकों को नागरिक जिÞम्मेदारी का अहसास कराने की क्षमता रखती हैं।

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Suryakant Yadav
Book Published (1)

सूर्यकांत यादव परामर्श मनोवैज्ञानिकजन्म : 15-09-1983 मुडायन, महेंद्रगढ़ (हरियाणा) शिक्षा:- एम.ए. मनोविज्ञान, एम.ए. शिक्षाशास्त्र, बी.एड., मानव चेतना एंव योग विज्ञान में डिप्लोमा, गाइडेन्स एंड काउन्सलिंग में पी.जी.डिप्लोमा, पीएच.डी.मनोविज्ञान (शोधार्थी) लगभग 10 साल से स्वतंत्र पत्रकारिता कर रहे हैं। देश के विभिन्न राष्ट्रीय समाचार पत्र-पत्रिकाओं मे लेख छपते रहे हैं। अभी तक लगभग 100 के करीब लेख प्रकाशित हो चुके हैं। इसके साथ ही विभिन्न राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में अनेक शोध-पत्र प्रकाशित हो चुके हैं। लेखक वर्तमान में शिक्षा विभाग हरियाणा के अंतर्गत, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान महेंद्रगढ़ में काउंसलिंग साइकोलोजिस्ट (परामर्शदाता) के पद पर कार्यरत हैं। संपर्क सूत्र: 9467829450, 6283848592 ईमेल: surya.kant98@gmail.com

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Tanisha Kataria
Book Published (3)

ABOUT THE AUTHOR Tanisha explores the Beauty of Nature and paradisal sights of life through her Poems and writings. She believes that Poetry is not just writing some lines and make them rhyme, Poetry is something which can touch our Heart and heal our Soul at the same time. Her thought of living many lives in one life catches everyone’s attention. She always lives two lives one Student life and the Other her Passion. She is very passionate and always keeps her passion first. Tanisha K 16, just completed her schooling with a nice score. An Artist, A Calligrapher, A Poet, A Writer, and many more. Princess of Dad Mr. Ramesh Chander and Mum Mrs. Sampati Devi. Born on the blessed occasion of Raksha Bandhan in the year 2005. Spent some years of her childhood with her grandparents and went to her first school there. Then she returned to her parents in the city. At 13, while doing Homework she found her interest in making rhymes. She started writing and the result is this book in your hand. Here Is a very interesting thing about Tanisha, She is fond of lemon tea and likes to call it Dark Cup, which is used in her poems also. She never forgets to have it before sitting on her desk.

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TATYARAO PUNJABA PAWAR
Book Published (1)

तात्याराव पुजाबा पवार यांनी ‘कडू शेवगा’ या कथा संग्रहाच्या माध्यमातून अतिशय दजेर्दार अशा ग्रामीण कथा वाचकासमोर ठेवलेल्या आहेत. त्यांचा हा प्रवास कथासंग्रह मराठी ग्रामीण कथासंग्रहाच्या परंपरेतील एक महत्त्वाचा कथासंग्रह ठरेल इतक्या ताकदीचा झालेला आहे. यापुढेही पवार सरांकडून अशाच प्रकारच्या उत्तम कथा वाचकाला वाचायला मिळतील, असा विश्वास ‘कडू शेवगा’ या कथा संग्रहा मुळे निर्माण झाला आहे. (प्रस्तावनेतून)

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Uma shankar kumavat
Book Published (1)

उमाशंकर कुमावत आपका जन्म 15 मार्च 1998 को भीलवाड़ा (राजस्थान) के सरदार नगर गाँव में हुआ। मात्र 22 वर्ष की आयु में ही ज्योतिष व विज्ञान जैसे गहरे विषय पर पुस्तक लिखने के कारण लेखक काफी चर्चा में है। विभिन्न विषयों की पुस्तकें पढ़ने में गहरी रुचि होने के कारण लेखक ने शृंगार ओज व कई मोटिवेशनल कविताएँ भी लिखी हैं। लेखक की विज्ञान व अध्यात्म में एक साथ गहरी रुचि ही इस पुस्तक की जन्मदाता रही है। ज्योतिष के उद्भव व कार्यप्रणाली को लेकर समाज में कई तरह की भ्रांतियाँ रही हैं, इन भ्रांतियों को दूर करने के लिए ही ‘ज्योतिष और विज्ञान’ पुस्तक लिखी गई है। लेखक का मानना है कि ‘‘लिखने की प्रेरणा कहीं से भी मिली हो, परन्तु माता-पिता, गुरुजन व परमात्मा की कृपा-दृष्टि के बिना कुछ भी लिखना असंभव सा होता है। ’’ संपर्क: 96673 56673 ईमेल: ukumawat906@gmail.com

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Usha Lal
Book Published (1)

उषा लाल
पति का नाम : श्री अनिल लाल
माता का नाम : श्रीमती शांती देवी
जन्मतिथि : 27 जून 1959
जन्म स्थान : फैजाबाद
शिक्षा : एम.एस.सी. बी.एड.
अभिरुचि : पठन-पाठन लेखन
सम्प्रति : पाठन शिक्षिका जीव विज्ञान
प्रकाशित पुस्तकें : जिजीविषा (काव्य संग्रह)
ढलने आई शाम (काव्य संग्रह)
दूरभाष : 9451057829
पता ॠ 62 रीजेंट हाउस डी . एल . एफ - फेज -4
गुरू ग्राम, हरियाणा - 122002
Email: anjulal@yahoo.co.in

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Vijaykant Dwivedi
Book Published (1)

विजयकांत द्विवेदी 
जन्म 31 मई 1955
जन्म स्थान ग्राम ममरखा (अरेराज समीप)
बापू की कर्मभूमि पूर्वी चम्पारण
पिता स्व. श्री रामनन्दन दुबे
माता स्व. श्रीमती नगीना देवी
शिक्षा स्नातकोत्तर (एम.ए.) हिन्दी
साहित्यिक यात्रा 
1. कविता लेखन रामनवमी 1 अप्रैल 1969 से स्वमेव प्रारम्भ
2. छात्र जीवन में रक्सौल टाईम्स एवं विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित
3. नये पुराने राग एकल काव्य संग्रह प्रकाशित
4. अन्तर्मन के भाव एक काव्य संग्रह प्रकाशित
5. भा सहोदरी, उदप्त, समदर्शी प्रकाशन, श्री नर्मदा प्रकाशन से
लगभग 51 साझा संकलनों में रचनाएँ प्रकाशित
6. अनेक साहित्यिक सम्मानों से समादृत
7. कवि सम्मेलनों में सक्रियता
8. अनेक साहित्यिक पुस्तकों की भूमिका एवं समीक्षा
9.   रचनाए  प्रतिक्षीत 1. जय  आशुतोष 2. वनादेश(काव्य)
     3. आचार्य द्रोण (काव्य)  4. तुलसी  और नीम(गद्य)
सम्प्रति वायुसेना की सेवा से स्वैच्छकि सेवानिवृत्ति एवं स्वतंत्र लेखन
निवास खारघर, नवी मुम्बई- 410210 (महाराष्ट्र)
एवं  ममरखा (अरेराज समीप), पूर्वी चम्पारण-845425 (बिहार)

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VijayPal SEHLANGIYA
Book Published (2)

विजयपाल सेहलंगिया
जन्मतिथि : 5 जनवरी 1958
माता : श्रीमती शांति देवी
पिता : श्री बालमुकन्द यादव
जन्म स्थान: ग्राम-सेहलंग, जिला- महेन्द्रगढ़ हरियाणा
शिक्षा: प्रभाकर, ओ.टी., एम.ए. हिन्दी, बी.एड.
प्रकाशित पुस्तकें: चलो देश पुकारे (बालगीत संग्रह),
चलो पर्व पुकारें (बाल गीत संग्रह)
‘शंखनाद’ साझा संग्रह में रचनाएं प्रकाशित
दी मॉडर्न एजुकेटर पुस्तकों में कविताएं तथा जागरण सांझी में समय-समय पर लेख प्रकाशित
सम्प्रति: सेवानिवृत्त हिन्दी प्रवक्ता, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खेड़ी तलवाना
संपर्क सूत्र: गांव व डा. सेहलंग, जिला महेन्द्रगढ़ हरियाणा
मोबाइल: 9991269512email: vpsehlangia@gmail.com

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Vinay Mohan Kharvan
Book Published (1)

विनय मोहन 'खारवन'
जन्म स्थान : गांव खार वन, जिला यमुना नगर (हरियाणा)
जन्म तिथि : 26 अप्रैल,1966
शिक्षा : M.Sc.(Mathematics), B.Ed.
कार्य क्षेत्र : हरियाणा शिक्षा विभाग में 36 वर्ष गणित प्राध्यापक के पद पर
सेवाएं देने उपरांत सेवानिवृत
प्रकाशन : देश के विभिन्न प्रतिष्ठित समाचार पत्र, पत्रिकाओं जैसे पंजाब केसरी, दैनिक ट्रिब्यून, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर, हरीगंधा आदि में लघु कथाएँ व व्यंग का निरंतर प्रकाशन।
प्रसारण : आकाश वाणी नजीबा बाद, रोहतक व कुरुक्षेत्र से विभिन्न सम सामायिक मुद्दों पर परिचर्चा प्रसारित, गीतों भरी कहानी भी ि लखी जो प्रसारित हुई।
वर्तमान निवास : #74अ, सेक्टर 18, HUDA,,  जगाधरी,
जिला यमुना नगर, हरियाणा
दूरभाष : 7027326337
email : vineymohan66@gmail.com
 

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Vinod Kumar
Book Published (1)

विनोद कुमार
माता का नाम श्रीमती अंगूरी देवी
पिता का नाम श्री गौरी दत्त
पत्नी का नाम श्रीमती नीलिमा शर्मा
पतागाँव व डाक खाना करोड़ा
पिनाना पट्टी, जिला कैथल,
हरियाणा, पिन 136043
जन्मतिथि 26-12-1974
सम्प्रति हरियाणा शिक्षा विभाग में
विज्ञान अध्यापक के रूप में सेवारत।
कार्यालय का पता राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, करोड़ा।
संपर्क 9466294052

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Vipin Suneja 'Shayeq'
Book Published (2)

 विपिन सुनेजा 'शायक़'रेवाड़ी नगर में 6 दिसंबर 1954 को स्व. रामनाथ सुनेजा तथा सावित्री सुनेजा के घर जन्मे विपिन सुनेजा 'शायक़' हरियाणा प्रदेश के प्रमुख साहित्यकार, संगीत -संयोजक , रंगकर्मी एवं विचारक हैं। आकाशवाणी और दूरदर्शन के अनुमोदित कलाकार होने के साथ-साथ यू- ट्यूब पर निरंतर सक्रिय रहते हैँ। ग़ज़ल, भजन, बालगीत, नाटक, संस्मरण, विवेचना जैसी विभिन्न विधाओं में अब तक उनकी सोलह पुस्तकें और ग्यारह संगीत -एल्बम निर्गत हो चुके हैँ। उन्हें अनेक सरकारी और निजी संस्थाओं द्वारा सम्मानित और पुरस्कृत किया जा चुका है। उनके कृतित्व पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन बार शोध हो चुका है। प्राध्यापक (अंग्रेज़ी) के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद पूरे समय के लिए साहित्य और संगीत की साधना में जुटे हैं। चलभाष 9991110222 अणुडाक vipinsuneja.s @gmail.com

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Vishvambhar Shukla
Book Published (1)

प्रो.विश्वम्भर शुक्ल (जन्म- 20 फरवरी 1947, रेहरिया, खीरी-लखीमपुर, उ.प्र.) ममतामयी माँ- स्मृतिशेष विद्यावती पूज्य पिता- स्मृतिशेष बनवारीलाल शुक्ल, जीवन संगिनी- श्रीमती सरला शुक्ला सुपुत्र- सुमित, सुपुत्रियाँ- डॉ.वर्णिता एवं सोनिका कृतकार्य - पूर्व प्राचार्य सी.जी.एन. पोस्ट-ग्रेजुएट कालेज, गोलागोकर्णनाथ, खीरी लखीमपुर, उ.प्र. (लखनऊ विश्वविद्यालय संबद्ध) वर्तमान निवास - 'सरल नेह' 538 क/ 90 त्रिवेणी नगर -1, डालीगंज रेलवे क्रासिंग, सीतापुर रोड, लखनऊ - 226 020 चलभाष - 9453618200, 9005899887 ई-मेल-vdshukla01@gmail.com प्रकाशित कृतियाँ : गीतिका शतक : दृगों में इक समन्दर है, उम्र जैसे नदी हो गई, मृग कस्तूरी हो जाना, दर्द का मुस्कराना हुआ, रश्मि करे दोहा-मुक्तक संग्रह : रश्मि करे अभिषेक कविता संग्रह: उड़ान परिंदों की, दोहा गीत संग्रह : कभी न थकती जिन्दगी, गीत -संग्रह : बहते जल पर जल लिख डाला, वन्दे भारत मातरम्, शब्दों की तरणी लहरों पर, बाल कविता संग्रह : आना मेरे घर गौरैया, दोहा गीतिका संग्रह: प्यास करे संवाद संपादित कृतियाँ : विहग प्रीति के (मुक्तक-संकलन), गीतिका है मनोरम सभी के लिए (गीतिका संकलन), तन दोहा मन मुक्तिका (दोहा मुक्तक संकलन), गीत सिन्दूरी हुए ( गीत- संकलन), गीतिकायन (गीतिका- संकलन) , हरा समुन्दर गोपी चंदन (बाल कविता संकलन) प्रकाशित-साझा काव्य-संग्रह : दोहा दीप्त दिनेश,भाषा सहोदरी सोपान 5, गुमसुम जिन्दगी,विहग प्रीति के, गीतिका है मनोरम सभी के लिए,गीत सिन्दूरी हुए, हरा समुन्दर गोपी चंदन,तेरी यादें,अब तो,उत्कर्ष काव्य-संग्रह-1,2,अधूरा मुक्तक- नव मुक्तक-सृजन,जीवंत हस्ताक्षर-4 ,5,काव्य-कलश अनुराधा प्रकाशन दिल्ली का अंतर्राष्ट्रीय संकलन,उड़ान गजल संग्रह,काव्य-रँगोली साहित्य पत्रिका, नमन माता पिता, परछाईं यादों की (दैनिक हरियाणा प्रदीप' के संकलन), 'नई सदी के स्वर' भाग 2 विश्व रिकार्डधारी काव्य संग्रह सहित विभिन्न राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाएँ। विशेष - 'ट्रू मीडिया ' चैनल एवं पत्रिका ,नई दिल्ली ने विशेष अंक प्रो.विश्वम्भर शुक्ल पर प्रकाशित किया।

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VISHWAMBHAR DAYAL TEWARI
Book Published (1)

विश्वम्भर दयाल तिवारी
माता : स्व. श्रीमती कमला तिवारी
पिता : स्व. श्री लालजी प्रसाद तिवारी
जन्म-स्थान : ग्राम-सुन्सी, पोस्ट-ओयल,
जिला-लखीमपुर-खीरी,
(उत्तर प्रदेश) पिन-262725
जन्म-तिथि : 07-10-1953
शैक्षणिक योग्यता : ए.एम.आई.ई. (मैकेनिकल)
संप्रति : पूर्व वैज्ञानिक, अधिकारी
अभिरुचि : पठन-लेखन
एकल काव्य-संग्रह  : काव्यांकिता, रश्मि-ऋषिका, गरिमार्चना, वन्दिता
एकल लघुकथा संग्रह : छप्पर की छाँव
साझा काव्य-संग्रह : सहोदरी सोपान-4, काव्य-करुणा, अरुणोदय,
शुभारम्भ, साहित्य समर्पण, उजेश, अग्निशिखा काव्यधारा, काव्य-धारा, दिवित
पत्रिकाओं में रचनाएँ :  वैज्ञानिक, संस्कृति, ऊर्जायन, गतिमान, अग्रिमान,
कथाबिंब
साझा लघुकथा संग्रह : शब्द लिखेंगे इतिहास
पता : 302, कृष्णा रेजीडेन्सी सीएचएस
सेक्टर-20 प्लाट-13
खारघर, नवी मुम्बई
410210 महाराष्ट्र
ईमेल : tewarivd@gmail.com
चलभाष : 7506778090

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Vivekanand Vimal
Book Published (1)

विवेकानंद विमल एक उभरते हुए कवि एवं सजलकार हैं। इनकी सजलें हर काव्य प्रेमी के मन, आत्मा तथा ह्रदय को छूने और झकझोरने की क्षमता से परिपूर्ण होती हैं, जो दिल की गहराई एवं जीवन के उतार-चढ़ाव भरे अनुभवों से उत्पन्न हुई हैं। किशोरावस्था से ही साहित्यिक लगाव विकसित होने के कारण इन्होंने समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में लेख तथा कविताएँ लिखनी शुरू कर दी थी, जो आज भी जारी है। विमल वर्तमान में बिहार सरकार के अंतर्गत एक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में +2 अंग्रेजी शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। वे 'Vimal Vani' नामक एक प्रसिद्ध यूट्यूब चैनल के भी संस्थापक हैं, जिसपर वर्तमान में दो लाख से अधिक सब्सक्राइबर मौजूद हैं। शब्दों के साथ खेलने की स्वाभाविक क्षमता वाले विमल, मानव व्यवहार और भावनाओं की गहरी समझ रखते है, जिसे उन्होंने अपनी सजलों में कुशलता पूर्वक चित्रित किया है। इनकी सजलें मुख्यत: प्रेम, दुख, विरह, राजनीति एवं आध्यात्मिकता जैसे विषयों पर केन्द्रित होती हैं। इनकी रचनाएँ अब तक ‘दिल की दहलीज’ (हिंदी), ‘सपनों की झिलमिल’ (हिंदी) एवं Verse Voyage (अंग्रेजी) नामक तीन साझा काव्य संग्रहों में प्रकाशित हो चुकी हैं। ये मूलत: झारखंड राज्य के छोटे से शहर मधुपुर के निकट स्थित एक गाँव के निवासी हैं। सम्पर्क - ईमेल - vnvimal5@gmail.com Vimal Vanii इंस्टाग्राम - @vimal_vani, @poetic_vimal

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Yashpal Aarya
Book Published (1)

यशपाल आर्य 
नाम : यशपाल सिंह यादव
साहित्यिक नाम : यशपाल आर्य
जन्म : 4 जुलाई  1967 को गाँव लुहाना,
जिला रेवाडी (हरियाणा)।
माता-पिता : श्रीमती बिमला देवी — श्री हरपाल सिंह
अर्द्धांगिनी : श्रीमती सुमन यादव
पुत्र- पुत्री : अक्षय, आकांक्षा
शिक्षा : एम. ए. (हिंदी साहित्य, अंग्रेजी साहित्य तथा भूगोल )
बी. एड.
अभिरूचि : अध्ययन - अध्यापन, समाज सेवा एवं लेखन
कृतियाँ : गाँवों की कहानियाँ (प्रथम कृति)
सम्पर्क सूत्र : बिमला सदन,गाँव लुहाना, जिला रेवाडी (हरियाणा)
मोबाईल नम्बर : 9416183540, 8059604911
ई-मेल : ypsluhania@gmail.com, palyadav1967@gmail.com

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Yogesh Samdarshi
Book Published (16)

योगेश समदर्शी मूलतः गाँव कलंजरी जिला मेरठ उत्तर प्रदेश से हैं। श्री रामपाल िसंह एवं श्रीमती राजेश देवी के ये सुपुत्र, 25 वर्षों तक देश के विभिन्न मीिडया संस्थानों में तकनीकी पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करते रहे। दैनिक जागरण, अमरउजाला, टाइम्स आफ इंडिया, हिन्दुस्तान टाइम्स और इंडिया टुडे जैसे संस्थानों में सेवाएं दीं। जून 2017 में इंडिया टुडे से ग्राफिक डायरेक्टर के पद से इस्तीफा दे कर मुक्त हुए और तभी गृह त्याग कर आध्यात्म की विभिन्न साधना पद्धति को समझने हेतु अग्रसर हो गए। तब से विपशना, नाम जप, ओशो ध्यान, तंत्र साधना, ज्योतिष, आरोग्य, आयुर्वेद, एक्यूप्रेशर, योग आदि अन्य अनेक विषयों में अध्ययन रत हैं। मूल रूप से पत्रकारिता से स्नातक समदर्शी जी ने, प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग में भी डिप्लोमा अर्जित किया है। आपने कविता लेखन का कार्य तो बाल्यावस्था से ही प्रारंभ कर िदया था। ह्यआई मुझको याद गाँव कीह्ण उनकी पहली पुस्तक थी। यह एक काव्य संग्रह था। हालांकी अब तक उनके संपादन में एक दर्जन साझा संकलन, कई पत्रिकाएं प्रकाशित हो चुकी हैं। विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में आलेख प्रकाशित हुए हैं। यूट्यूब और अन्य टीवी चैनलों पर अनेक कार्यक्रमों में कवि के रूप में सहभागिता रही है। अभिनय, लेखन, मोटिवेशनल स्पीच आदि का भी परिपक्व अनुभव है। सामाजिक और राजनैतिक आन्दोलनों से जुड़ाव रहा है। मूलतः राजीव दीक्षित के साथ आजादी बचाओ आंदोलन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 1994 से 1998 तक ख़ास भूमिका िनभाई। एक प्रकाशक के रूप में कार्य करते हुए समदर्शी प्रकाशन से अब तक साढे पाँच सौ से अधिक पुस्तकें प्रकाशित कर चुके हैं। अभी तक कई लघु फिल्में बना चुके हैं जो इनके यूट्यूब चैनल सुमति चैनल पर देखा जा सकता है। वर्तमान में गाजियाबाद में रह कर समदर्शी प्रकाशन का संचालन कर रहे हैं। email: yogesh.samdarshi@gmail.com Mobile: 9599323508

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