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Acharya Naurang Singh Mauryvanshi
आचार्य नौरंग सिंह मौर्यवंशी
का जन्म 3 फरवरी सन् 1956 में गाज़ीपुर जिले के विकास खण्ड रेवतीपुर के गगरन नामक गाँव में हुआ था। इनका प्रारम्भिक जीवन बड़ी कठिनाइयों में बीता। इन्होंने इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण करके बी.टी.सी. प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद गोरखपुर विश्वविद्यालय से स्नातक करके प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक हो गए।
इसके बाद इन्होंने संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से साहित्याचार्य की डिग्री लिया। ये बचपन से ही लेखन कार्य में रूचि रखते थे। इन्होंने प्रारंभ में भोजपुरी गीत लिखा। इन्होंने भोजपुरी में कसोरा माटी का नामक एक गीत संग्रह लिखा। इसके बाद भवानीभक्त, निर्वाणपथी, वरदान इत्यादि महाकाव्य लिखे। जयभारत और मादरेवतन इनके राष्ट्रीय गीत संग्रह हैं। इनका स्थायी निवास वर्तमान में गाज़ीपुर जिले के सैदपुर कस्बे में है। ये पूर्वमाध्यमिक विद्यालय हब्बीपुर कासिमाबाद से 31 मार्च 2018 को प्रधानाध्यापक के पद से सेवानिवृत्त होकर सैदपुर स्थित अपने निवास स्थान पर रह रहे हैं।
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